जब भी गर्मियों को मौसम आता है, तो साथ मे हमारे लिए एक समस्या भी लाता है, वो है टैनिंग यानि त्वचा का काला पड़ना। धूप तो हर मौसम मे निकलता है लेकिन जब गर्मी आती है, तो उस समय धूप बहुत तेज निकलती है, और हमारी त्वचा को नुकसान पहुचातीं है। अक्सर आपने देखा होगा कि अन्य मौसम मे आपकी त्वचा जैसी है वैसी ही रहती है, लेकिन जब गर्मी आती है और हम बाहर अपने काम को करने के लिए अक्सर जाते तो हमारी स्किन थोड़ी सी काली पड़ने लगती है, और इसका कारण है धूप। अब ऐसे मे हमे ये जानना जरूरी है, कि चेहरे से टैनिंग कैसे हटाए। तो चलिये जानते है धूप से काली त्वचा को गोरा कैसे करे।
टैनिंग क्या है ?
टैनिंग का सीधा सा मतलब है- आपके त्वचा का रंग पहले से गाढ़ा या काला होना। जब हम धूप मे ज्यादा टाइम बिताते है या धूप हमारे स्किन पर ज्यादा टाइम तक तक लगता है, तो हमारे त्वचा मे उपस्थित मेलेनोसाइट्स नामक कोशिकाएं मेलेनिन का अधिक उत्पादन करने लगती है, (और मेलेनिन का काम ही है हमारे त्वचा के रंग को नियंत्रित करना), जिससे हमारी स्किन पहले के मुकाबले ज्यादा डार्क होने लगती है। और तब हम बोलते है हमारी त्वचा काली पड़ गई है। मेलेनिन का हमारे शरीर मे balance होना काफी जरूरी है, अगर ये कम हो जाए तो शरीर पर सफेद धब्बे भी पड़ने लगते हैं। और अगर ये ज्यादा हो जाए तो हमारी त्वचा काली पड़ने लगती है, और पिगमेंटेसन भी हो सकता है।
ये भी जरूर पढ़ें:- अपने चेहरे से पिगमेंटेसन यानि काले धब्बे कैसे हटाए।
चेहरे से टैनिंग कैसे हटाए (घरेलू उपाय) –
टैनिंग को हटाने के कई सारे तरीके है, लेकिन आज हम आपकों कुछ ऐसे घरेलू उपायों के बारे मे बताएंगे जिनसे आप अपने चेहरे के टैन को बड़ी ही आसानी से हटा सकते है-
1. नींबू –
नींबू में प्राकृतिक तरीके से natural प्रभावों को हटाने की गुणकारी तत्व होते हैं, जो सन टैन को कम करने में मदद करते हैं। नींबू का रस और इसके मेंथोल, एंटीऑक्सिडेंट्स, विटामिन सी, और एल्फा-हाइड्रॉक्सी एसिड जैसे तत्व होते हैं, जो त्वचा के रंग को हल्का करने और सन टैन को कम करने में सहायक होते हैं। इसके अलावा, नींबू में प्राकृतिक ब्लीचिंग प्रोपर्टी होती है, जो त्वचा के अधिक रंग को घटाने में मदद करती है। नींबू का रस त्वचा में मौजूद लिमोनीक एसिड के कारण मेलेनिन के उत्पादन को कम करके सन टैन को कम करता है। इसके अतिरिक्त, नींबू के रस में विटामिन सी होता है, जो त्वचा के लिए उपयोगी होता है और उसे सन टैन के लक्षणों से निपटने में मदद करता है। इस प्रकार, नींबू सन टैन को हटाने में मदद करता है और त्वचा को चमकदार और स्वस्थ बनाता है। अगर आप डेली अपने skin care routine मे नींबू का उपयोग करते है, तो ये आपको टैनिंग के साथ- साथ और भी कई बीमारियों से बचाता है।
कैसे करे इस्तेमाल –
इसे हम निम्न तरीके से इस्तेमाल कर सकते है –
- सबसे पहले अपने चेहरे को अच्छे से धोकर साफ कर ले।
- नींबू का रस : एक नींबू को धोकर उसके रस को निकालें। फिर रस को स्वच्छ चेहरे या सन टैन के प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं। इसे लगभग 10-15 मिनट तक छोड़ें, और फिर ठंडे पानी से धो लें।
- नींबू का रस और शहद : नींबू रस में थोड़ा सा शहद मिलाएं और इस मिश्रण को सन टैन के प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं। इसे 20-30 मिनट तक छोड़ें, और फिर ठंडे पानी से धो लें।
- नींबू और दही : एक छोटे कटोरे में नींबू का रस और दही मिलाएं। इस मिश्रण को सन टैन के प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं और 20-30 मिनट तक छोड़ें, और फिर ठंडे पानी से धो लें।
- नींबू और चावल का आटा: नींबू रस को चावल के आटे के साथ मिलाकर एक पेस्ट बनाएं। इसे सन टैन के प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं और 20-30 मिनट तक छोड़ें, और फिर ठंडे पानी से धो लें।
2. आलोवेरा –
आलोवेरा एक प्राकृतिक तरीका है जिसे सीधे त्वचा पर लगाया जा सकता है और टैनिंग से छूटकारा पाया जा सकता है। आलोवेरा सन टैनिंग (sun tanning) को कम करने में मदद कर सकता है क्योंकि इसमें एंटी-इन्फ्लेमेटरी, एंटीऑक्सिडेंट्स, और मौइस्चराइज़िंग गुण होते हैं जो त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने और त्वचा को धुप के कारण हुए नुकसान से बचाने में मदद कर सकते हैं। यह एक प्राकृतिक मोइस्चराइज़र है जो त्वचा को हाइड्रेट करने में मदद करता है।
आलोवेरा में पाए जाने वाले सुगंधित तत्व और एंजाइम्स सन टैनिंग के कारण त्वचा पर हुए रंग के परिणाम को कम करने में मदद करते हैं। यह त्वचा के रंग को हल्का करने में मदद करता है और सन टैन को कम करता है। आलोवेरा में पाए जाने वाले एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण स्किन इरिटेशन और सन टैनिंग से हुए नुकसान को कम करने में मदद कर सकते हैं। यह त्वचा को संतुलित और नरम बनाए रखता है जो धुप के कारण होने वाले नुकसान को कम कर सकता है।
कैसे करे इस्तेमाल –
सन टैनिंग के लिए आलोवेरा को कई तरीके से इस्तेमाल किया जा सकते है –
- प्राकृतिक आलोवेरा जेल: प्राकृतिक आलोवेरा जेल को सन टैनिंग के प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं। आप आलोवेरा के पत्तों को काटकर उनके अंदर से निकले जेल का प्रयोग कर सकते हैं या बाजार में उपलब्ध प्राकृतिक आलोवेरा जेल का उपयोग कर सकते हैं। इसे 15-20 मिनट तक छोड़ें और फिर ठंडे पानी से धो लें।
- आलोवेरा और टी ट्री तेल : आलोवेरा जेल में कुछ बूँदें टी ट्री तेल मिलाएं और सन टैनिंग के प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं। इसे रात को सोते समय लगाएं और सुबह धो लें। टी ट्री तेल की एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण सन टैन को कम करने में मदद कर सकते हैं।
- आलोवेरा और नींबू : आलोवेरा जेल में थोड़ा सा नींबू का रस मिलाकर सन टैनिंग के प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं। इसे 15-20 मिनट तक छोड़ें और फिर ठंडे पानी से धो लें।
3. मुल्तानी मिट्टी –
सन टैनिंग को कम करने के लिए मुल्तानी मिट्टी बहुत ही कारगर साबित हो सकता है। मुल्तानी मिट्टी में मौजूद मिनरल्स और एल्ट्रा विटामिन्स त्वचा के लिए उपयोगी होते हैं। ये मिनरल्स और विटामिन्स त्वचा के प्राकृतिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करते हैं और सन टैन को कम करने में सहायक होते हैं। ये के अतिरिक्त तेल को सॉर्ब करने की भी क्षमता रखती है। मुल्तानी मिट्टी त्वचा को गहरे से साफ करने और मृत कोशिकाओं को हटाने में मदद कर सकती है, जिससे त्वचा का रंग निखरता है और सन टैन को कम करने में मदद मिलती है। मुल्तानी मिट्टी त्वचा को ठंडा करने में मदद कर सकती है और त्वचा को संतुलित रखने में मदद कर सकती है, जिससे सन टैनिंग के कारण हुए जलन और इरिटेशन को कम किया जा सकता है।
कैसे करे इस्तेमाल –
मुल्तानी मिट्टी को सन टैन हटाने के लिए निम्न तरीकों से उपयोग किया जा सकता है-
- मुल्तानी मिट्टी का पेस्ट: एक कप मुल्तानी मिट्टी को पानी या गुलाबजल के साथ मिलाकर पेस्ट बनाएं। इस पेस्ट को अपने चेहरे और गर्दन पर लगाएं और सुखने तक रखें। जब पेस्ट सूख जाए, ठंडे पानी से धो लें।
- मुल्तानी मिट्टी, टमाटर और धनिया का पेस्ट: एक छोटा टमाटर और कुछ पत्तियों के साथ एक कप मुल्तानी मिट्टी का पेस्ट बनाएं। इस पेस्ट को त्वचा पर लगाएं और 15-20 मिनट तक रखें। फिर ठंडे पानी से धो लें।
- मुल्तानी मिट्टी और दही का पेस्ट: मुल्तानी मिट्टी को दही के साथ मिलाकर एक पेस्ट बनाएं। इस पेस्ट को त्वचा पर लगाएं और 15-20 मिनट तक सुखने दें। फिर ठंडे पानी से धो लें।
- मुल्तानी मिट्टी और शहद का पेस्ट: मुल्तानी मिट्टी को शहद के साथ मिलाकर एक पेस्ट बनाएं। इस पेस्ट को त्वचा पर लगाएं और 15-20 मिनट तक रखें। फिर ठंडे पानी से धो लें।
4. बेसन –
बेसन (gram flour) सन टैनिंग को कम करने में मदद कर सकता है क्योंकि इसमें एंटी-इन्फ्लेमेटरी, एंटीऑक्सिडेंट, और स्किन पर लगाने से ठंडक प्रदान करने वाले गुण होते हैं। इसके अलावा, बेसन में पाए जाने वाले अतिरिक्त तेल को अवशोषित करने की क्षमता भी होती है, जो सन टैनिंग का कारण बन सकता है। और साथ ही साथ ये हमारे चेहरे के पिम्पल को भी मारता है।
कैसे करे इस्तेमाल –
- बेसन का पेस्ट: एक कप बेसन को पानी, गुलाबजल, दूध या टमाटर के रस के साथ मिलाकर एक पेस्ट बनाएं। इस पेस्ट को अपने चेहरे और गर्दन पर लगाएं और 15-20 मिनट तक रखें। फिर ठंडे पानी से धो लें।
- बेसन, दही और नींबू का पेस्ट: बेसन, दही और नींबू के रस को मिलाकर एक पेस्ट बनाएं। इस पेस्ट को सन टैनिंग के प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं और 15-20 मिनट तक रखें। फिर ठंडे पानी से धो लें।
- बेसन और शहद का पेस्ट: बेसन को शहद के साथ मिलाकर एक पेस्ट बनाएं। इस पेस्ट को सन टैनिंग के प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं और 15-20 मिनट तक रखें। फिर ठंडे पानी से धो लें।
- बेसन, गुलाबजल और हल्दी का पेस्ट: बेसन, गुलाबजल और थोड़ी सी हल्दी को मिलाकर एक पेस्ट बनाएं। इस पेस्ट को सन टैनिंग के प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं और 15-20 मिनट तक रखें। फिर ठंडे पानी से धो लें।
इसे जरूर पढ़ें:- एक ही रात मे पिम्पल अपने चेहरे से किस हटायें।
5. आलू का रस –
आलू (potato) में पाए जाने वाले तत्व और उसके गुण सन टैनिंग को कम करने में मदद कर सकते हैं। आलू में पाया जाने वाला एंटीऑक्सिडेंट विटामिन सी और विटामिन ए को सन टैनिंग को कम करने और त्वचा को साफ और चमकदार बनाने में मदद कर सकता है। इसके अलावा, आलू में पाए जाने वाले एन्जाइम पैपेन स्किन को नमी प्रदान करते हैं और सन टैनिंग के कारण होने वाले कालापन को कम करने में मदद करते हैं।
कैसे करे इस्तेमाल –
- आलू का रस: आलू को काटकर उसका रस निकालें। फिर इस रस को कोटन बॉल या टिस्यू पेपर पर लगाएं और सन टैनिंग के प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं। 15-20 मिनट तक रखें और फिर ठंडे पानी से धो लें। इसे दिन में दो-तीन बार कर सकते हैं।
- आलू के पेस्ट: आलू को पीस लें और इसे पेस्ट की तरह तैयार करें। इस पेस्ट को सन टैनिंग के प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं। 15-20 मिनट तक रखें और फिर ठंडे पानी से धो लें। इसे भी दिन में दो-तीन बार कर सकते हैं।
- आलू के टुकड़े: एक छोटा आलू को काटकर उसके टुकड़ों को लेकर सन टैनिंग के प्रभावित क्षेत्रों पर मसाज करें। 15-20 मिनट तक लगाए रखें और फिर ठंडे पानी से धो लें। यह भी दिन में दो-तीन बार कर सकते हैं।
6. ओटमील –
ओटमील सन टैनिंग को कम करने में मदद कर सकता है क्योंकि इसमें विटामिन ई, एंटीऑक्सिडेंट्स, और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाए रखते हैं। ओटमील त्वचा को सूखाने में मदद करता है और त्वचा की नमी को बनाए रखने में मदद करता है, जिससे सन टैनिंग के परिणाम को कम किया जा सकता है।
कैसे करे इस्तेमाल –
- ओटमील का पेस्ट:
- पाउडर ओटमील को पानी में मिलाकर एक पेस्ट बनाएं।
- इस पेस्ट को सन टैनिंग के प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं।
- 15-20 मिनट तक लगाएं और फिर ठंडे पानी से धो लें।
- ओटमील और दही का मिश्रण:
- ओटमील को दही के साथ मिलाकर एक मिश्रण बनाएं।
- इसे सन टैनिंग के प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं।
- 15-20 मिनट तक लगाएं और फिर ठंडे पानी से धो लें।
- ओटमील और शहद का मिश्रण:
- ओटमील को शहद के साथ मिलाकर एक मिश्रण बनाएं।
- इसे सन टैनिंग के प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं।
- 15-20 मिनट तक लगाएं और फिर ठंडे पानी से धो लें।
7. टमाटर –
टमाटर में पाए जाने वाला लाइकोपीन एक प्रकार का प्राकृतिक एंटीऑक्सिडेंट होता है, जो त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाए रखने में मदद करता है। यह त्वचा को संरक्षित रखता है और त्वचा को सूरज के नुकसान से बचाता है। लाइकोपीन एक प्रभावी एंटीऑक्सिडेंट होता है जो त्वचा को रंग के उतार-चढ़ाव से मुक्त करता है और टैनिंग को हटाता है।
टमाटर को सन टैनिंग के प्रभावित क्षेत्रों पर लगाने से लाइकोपीन त्वचा के ऊपरी परत को प्रभावित करता है और सन टैन को कम करने में मदद करता है। यह त्वचा की संरचना को सुधारता है और उसे निखारता है, जिससे त्वचा की रंगत अधिक उत्तेजक और स्वच्छ दिखती है।इसके अलावा, टमाटर त्वचा को ठंडा और शांति प्रदान करता है, जिससे त्वचा के लाल प्रभाव को कम किया जा सकता है। यह त्वचा के ऊपरी स्तर को आराम देता है और इसे ठीक करने में मदद करता है।
कैसे करे इस्तेमाल –
टमाटर को सन टैनिंग के लिए उपयोग करने के लिए निम्न तरीके हैं:
- टमाटर के स्लाइस: टमाटर को पतले स्लाइस में काटकर सन टैनिंग के प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं। स्लाइस को धीरे-धीरे मसाज करें ताकि टमाटर का रस स्त्रावित हो सके। 15-20 मिनट तक छोड़ें और फिर ठंडे पानी से धो लें।
- टमाटर का रस: टमाटर को मिक्सर में पीस लें और उसका रस निकालें। इस रस को सन टैनिंग के प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं। 15-20 मिनट तक छोड़ें और फिर ठंडे पानी से धो लें।
- टमाटर का पेस्ट: टमाटर को पीस लें और इसे पेस्ट की तरह तैयार करें। इस पेस्ट को सन टैनिंग के प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं। 15-20 मिनट तक छोड़ें और फिर ठंडे पानी से धो लें।
टैनिंग हटाने के कुछ टिप्स-
इस ब्लॉग मे हमने टैनिंग हटाने के लिए कुछ असरदार घरेलू उपायों के बारे मे जाना और इससे आपके चेहरे का कालापन दूर हो जाएगा। मगर कभी-कभी कुछ लोगों के चेहरे पर टैनिंग कि प्रॉब्लम ज्यादा होती है, और उनके ऊपर घरेलू उपाय ठीक से काम नहीं करते, जिससे उन्हे लगता है कि उनकी ये प्रॉब्लम ठीक ही नहीं होगी। तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है, अगर आपके ऊपर ये सारे घरेलू नुस्खे काम नहीं कर रहे है तो आप टैनिंग को हटाने के USTRAA company की तरफ से आने वाला D-Tan Removal Cream का इस्तेमाल कर सकते है। इससे आपकी टैनिंग गायब हो जाएगी।
निष्कर्ष –
दोस्तों आज के इस ब्लॉग मे हमने चेहरे से टैनिंग कैसे हटाए इस पर कम्प्लीट बात किया, और मुझे ये उम्मीद है कि अगर आप हमारे द्वारा बताए गए उपायों को फॉलो करते है, तो आप अपने चेहरे से टैनिंग को बड़ी ही आसानी से हटा पायेंगे। अगर आपका कोई सवाल है, या आप किसी प्रॉब्लम का solution जानना चाहते है तो हमे कमेन्ट जरूर कर सकते है।
Good Luck!
काले चेहरे को साफ कैसे करे ?
काले चेहरे को साफ करने के लिए आप नींबू, आलोवेरा, मुल्तानी मिट्टी, आलू का रस, ओटमील जैसे घरेलू उपाय आजमा सकते है, या D Tan Removal Cream इस्तेमाल कर सकते है।
गर्मी मे टैनिंग कैसे दूर करे ?
गर्मी मे टैनिंग दूर करने के लिए आप सबसे पहले एक fesh wash से रोज अपना चेहरा साफ करिए, उसके बाद एक D Tan Removal Cream का इस्तेमाल करिए, उसके बाद अपने चेहरे पर
टैन हटाने मे कितना समय लगता है ?
इसका कोई एक फिक्स समय नहीं है, अगर आप अपने चहरे से टैनिंग को हटाना चाहते है तो किसी अच्छे company का Tan Removal Cream इस्तेमाल कर सकते है। लेकिन इसमे 1 से 10 दिन का समय लग सकता है। और अगर टैनिंग ज्यादा है तो थोड़ा और भी समय लग सकता है।