चेहरे पर तेल क्यों आता है, जाने तैलीय त्वचा के 6 Main कारण

हर व्यक्ति चाहता है कि उसका चेहरा चमकदार, ग्लोइंग और साफ दिखे, चेहरे पर किसी तरह कि समस्या न हो, लेकिन इसके बावजूद किसी व्यक्ति के चेहरे पर तेल आ जाता है, यानि उनकी स्किन ऑइली हो जाती है। अब यहा पर आपके लिए ये जानना जरूरी हो जाता है, कि चेहरे पर तेल क्यों आता है। अगर आपने चेहरे पर तेल आने के सही कारण को जान लिया, तो आप उनको जल्द ठीक भी कर पाओगे। ये समस्या हमे अक्सर किसी न किसी व्यक्ति मे देखने को मिलती है, लेकिन उन्हे सही जानकारी न होने कारण वे इस प्रॉब्लम से नहीं निकल पाते है। तो आज मै आपको इस प्रॉब्लम से बाहर जरूर निकल दूंगा।

तैलीय त्वचा क्या है

चेहरे पर तेल क्यों आता है

हमारे त्वचा पर मॉइस्चराइज और नमी बनाए रखने के लिए त्वचा मे एक प्रकार का ग्रन्थि पाया जाता है, जिसका नाम है सिबेशियस ग्रन्थि। इस ग्रन्थि का काम होता है सीबम का उत्पादन और, सीबम का काम होता है त्वचा को मॉइस्चराइज और नमी करना। लेकिन जब यही सिबेशियस ग्रन्थि सीबम का उत्पादन अधिक कर देती है है, तो ये सीबम हमारे चेहरे पर जाकर जमा हो जाते है, जिससे हमारी त्वचा ऑइली ( तैलीय ) हो जाती है। ये समस्या किसी को भो सकती है। ये देखने मे जितनी नॉर्मल लगती है, ये हमारे स्किन के लिए उतनी ही नुकसान पहुचाती है।

इसे भी पढे:- ऑइली स्किन को दूर भगाए, केवल इन 6 घरेलु नुस्खे से।

चेहरे पर तेल क्यों आता है

हमारे चेहरे पर तेल आने के कई कारण हो सकते है।

1. हार्मोन के कारण

हमारे शरीर मे ऐसे कई हॉर्मोन है, जिनके असंतुलन से हमारी त्वचा पर खराब असर पड़ता है। जब हमारे शरीर मे किसी हॉर्मोन का लेवल ऊपर नीचे होता है, तो ये हमारे शरीर को इफेक्ट पहुचाने के साथ-साथ हमारे त्वचा को भी खराब इफेक्ट पहुचाते है। ऐसे कई हॉर्मोन है जिनके कारण हमारी स्किन ऑइली हो सकती है-

  • टेस्टोस्टेरोन: यह पुरुषों और महिलाओं दोनों में पाया जाता है, लेकिन यह पुरुषों में अधिक मात्रा में होता है। यह हार्मोन त्वचा के तेल ग्रंथियों के उत्पादन को बढ़ा सकता है और चेहरे को ऑइली बना सकता है।
  • एस्ट्रोजन: यह मुख्य रूप से महिलाओं में पाया जाता है, और अधिक मात्रा में होने पर त्वचा के तेल उत्पादन को बढ़ा सकता है।
  • प्रोगेस्टेरोन: यह भी महिलाओं में पाया जाता है और हार्मोनल परिवर्तन के साथ त्वचा के तेल उत्पादन को प्रभावित कर सकता है।
  • कोर्टिसोल: यह तनाव या स्ट्रेस के समय में उत्पन्न होता है और उससे त्वचा के तेलीय उत्पादन में वृद्धि हो सकती है।
  • इंसुलिन: इंसुलिन के स्तर में असंतुलन भी त्वचा के तेलीयता को बढ़ा सकता है।
  • थाइरोइड हॉर्मोन: थाइरोइड ग्लैंड से उत्पन्न होने वाले हॉर्मोन के असंतुलन से भी त्वचा की ऑइलीता बढ़ सकती है।

जब हम लोग युवावस्था मे आते है तो हमारे शरीर मे कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते है। जैसे अगर हम बात करे पुरुषों मे तो जब पुरुष युवावस्था मे आते है तो उनमे एन्ड्रोजेन लेवल बड़ जाता है, और ये एन्ड्रोजेन sebaceous gland को स्टिम्यलैट करते है, जिससे sebum production अधिक होता है और स्किन ऑइली होती है।

और वही अगर हम महिलाओ मे बात करे तो उनमे भी कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते है, जैसे menstrual cycle (मासिक धर्म),Pregnancy (प्रेग्नन्सी)। महिलाओ मे periods आने से पहले estrogen और progesterone के लेवल मे उतार-चढ़ाव होते है, और ये भी एन्ड्रोजेन के प्रभाव को बढ़ा सकते है, जिससे sebaceous gland ज्यादा सीबम produce करते है और तलीय त्वचा का कारण बन जाते है।

इसे भी पढे:- चेहरे से पिम्पल के गड्ढे कैसे हटाए

2. अधिक स्ट्रेस लेना

चेहरे पर तेल क्यों आता है

बहुत लोगों को लगता है कि स्ट्रेस लेने से क्या ही हो जाएगा, लेकिन अधिक स्ट्रेस लेना हमारे शरीर और हमारे स्किन के लिए बहुत ही नुकसानदायक है। और कही न कही स्ट्रेस हमारे स्किन को ऑइली करने मे भूमिका निभाता है, जोकि बहुत ही गलत चीज है। नीचे ऐसे कई हॉर्मोन है जो स्ट्रेस के दौरान निकलते है, और हमे नुक्सान पहुचाते है-

  • कोर्टिसोल: स्ट्रेस के समय, शरीर को अधिक कोर्टिसोल नामक हार्मोन उत्पन्न करने की आवश्यकता होती है। यह हार्मोन त्वचा के तेल ग्रंथियों के उत्पादन को बढ़ा सकता है, जिससे त्वचा ऑइली हो सकती है।
  • एपीनेफ्रिन और नोरएपिनेफ्रिन: ये हार्मोन शरीर के स्त्रेस प्रतिक्रिया का हिस्सा होते हैं और स्ट्रेस के समय उत्पन्न होते हैं। इनका उत्पादन बढ़ने से भी त्वचा के तेल ग्रंथियों के उत्पादन में वृद्धि हो सकती है।
  • अधिक अंड्रोजन: यह पुरुषों और महिलाओं दोनों में पाया जाता है, लेकिन यह पुरुषों में अधिक मात्रा में होता है। स्ट्रेस के समय, अंड्रोजन के स्तर में वृद्धि हो सकती है, जो त्वचा के तेल ग्रंथियों को प्रोत्साहित कर सकती है।

इसे भी पढे:- चेहरे को ग्लोइंग कैसे बनाए ? पाए चमकदार स्किन।

3. सीबम का उत्पादन ज्यादा होना

हमारे चेहरे को मॉइस्चराइज और नमी बनाए रखने के लिए सिबेशियस ग्रन्थि द्वारा सीबम (एक प्रकार का तेल) का उत्पादन किया जाता है, और ये पूरी प्रक्रिया नेचुरल तरीके से होती है, जोकि हमारे स्किन के लिए बहुत ही जरूरी है। मगर यहा पर गौर करने वाली बात ये है ,कि जब हमारे सिबेशियस ग्रन्थि से सीबम का उत्पादन अधिक हो जाता है तो ये हमारे त्वचा के ऊपरी लेयर पर जाकर जमा होने लगते है, और हमारे स्किन को एकदम ऑइली बना देते है। जिस कारण से हमारे स्किन पर हमेशा तेल जैसा दिखाई देता है। सीबम के अधिक उत्पादन के कुछ मुख्य कारण निम्न हो सकते हैं-

  • हार्मोनल परिवर्तन: हार्मोन के स्तर में परिवर्तन, जैसे कि किशोरावस्था, गर्भावस्था, और मेनोपॉज़, सीबम के उत्पादन में वृद्धि का कारण बन सकते हैं।
  • गलत दिनचर्या और आहार: अनियमित दिनचर्या, अस्वस्थ आहार, और तेलीय खाद्य पदार्थों का सेवन करने से भी सीबम के उत्पादन में वृद्धि हो सकती है।
  • गैर-स्वस्थ त्वचा देखभाल: त्वचा की साफ़-सफाई और उचित देखभाल के अभाव में, सीबम के उत्पादन को बढ़ावा मिल सकता है।
  • प्रदूषण और धूल-मिट्टी: धूल, मिट्टी, और प्रदूषण के कारण भी सीबम के उत्पादन में वृद्धि हो सकती है।

इसे भी पढे:- हल्दी से अपने पिम्पल को कैसे हटाए ?

4. खराब खान-पान होना

भोजन के द्वारा हम अपने शरीर और अपने स्किन को जैसा चाहे वैसा कर सकते है, यानि एक अच्छा शरीर और एक अच्छी त्वचा पा सकते है। लेकिन अगर यही भोजन खराब और अनहेल्दी हो तो ये हमारे स्किन और शरीर के लिए बहुत ही नुकसान पहुचाती है। हम अपने डेली के रूटीन मे बहुत सारी चीजे खाते है, लेकिन ये गौर करना भूल जाते है, कि वो भोजन हेल्दी है या नहीं। मार्केट की खाने वाली चीजे, पैकेट बंद खाने वाली चीजे, होटल का खाना, बाहर का खाना, ये सब अनहेल्दी और बेकार के खाने है। अगर आप इस तरह से अपना पेट भरने लगे तो बहुत जल्द आपका शरीर और आपकी स्किन खराब हो जाएगी।

यहा खराब खान-पान के कुछ निम्न कारण है –

  • तेलीय और अधिक तली खाद्य पदार्थों का सेवन: अधिक तेल, मसालेदार, और अत्यधिक प्रोसेस्ड भोजन का सेवन करने से त्वचा के तेल ग्रंथियों का अधिक उत्पादन हो सकता है।
  • अन्य तत्वों के साथ तेलीय भोजन: अनियमित और अस्वस्थ खान-पान, जिसमें अधिक तेल, चिप्स, फास्ट फूड, और मिठाईयाँ शामिल हैं, स्किन को ऑइली बना सकती है।
  • अधिक चिकित्सा दवाओं का सेवन: कुछ चिकित्सा दवाओं का उपयोग, जैसे कि स्टेरॉइड्स और विशेष दवाओं, स्किन के तेल ग्रंथियों को प्रभावित कर सकता है और ऑइलीता का कारण बन सकता है।
  • कम पानी की सेवन: पर्याप्त पानी की सेवन न करना त्वचा को सुषम और स्वस्थ रखने में मदद करता है। कम पानी पीने से त्वचा सूखी और ऑइली हो सकती है।
  • उच्च शुगर और कार्बोहाइड्रेट आहार: उच्च शुगर और कार्बोहाइड्रेट वाले आहार, जैसे कि चीनी, रिफाइंड आटा, और अन्य प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ, स्किन को ऑइली बना सकते हैं।

इसे भी पढे:- अगर आपके बाल झड़ रहे है, तो ये बेस्ट ऑइल लगाओ।

5. गलत स्किन केयर प्रोडक्ट लगाना

एक स्किन प्रोडक्ट हमारे स्किन को अच्छा और खराब दोनों कर सकती है, मगर जब आप पहले से ही एक गलत स्किन केयर प्रोडक्ट लगा रहे हो तो ये तो आपके स्किन को खराब कर ही देगा। हम मे से बहुत सारे लोग चाहते है कि हमारी स्किन अच्छी हो, ग्लोइंग दिखे, लेकिन इनमे से जिन लोगों को स्किन केयर प्रोडक्ट के बारे मे ज्यादा नहीं पता, और वो जाकर मार्केट से कोई प्रोडक्ट ले आते है, और अपने चेहरे पर लगाना शुरू कर देते है, तो उस गलत प्रोडक्ट के कारण उनके चेहरे पर कई तरह के प्रॉब्लम देखने को मिल सकते है, जैसे- ऑइली स्किन, ड्राइ स्किन, स्किन इरिरेट होना, पिम्पल होना, इत्यादि।

इसलिए गलत स्किन प्रोडक्ट लगाने से अच्छा है आप स्किन प्रोडक्ट ही ना लगाओ। गलत स्किन केयर प्रोडक्ट्स का उपयोग करने से चेहरे पर ऑइलीता के कुछ कारण हो सकते हैं-

  • तेलीय या कॉमेडोजेनिक प्रोडक्ट्स का उपयोग: कुछ स्किन केयर प्रोडक्ट्स में तेलीय या कॉमेडोजेनिक (पोर्न जाल बनाने वाला) तत्व होते हैं, जो त्वचा के तेल ग्रंथियों के अधिक उत्पादन को बढ़ा सकते हैं। यह त्वचा के ऑइली होने का कारण बन सकता है।
  • अधिक मात्रा में उपयोग करना: स्किन केयर प्रोडक्ट्स को अधिक मात्रा में लगाने से भी त्वचा के तेल ग्रंथियों का अधिक उत्पादन हो सकता है, जिससे चेहरा ऑइली हो सकता है।
  • प्रोडक्ट्स में हार्म्फुल या अलर्जेनिक तत्व: कुछ स्किन केयर प्रोडक्ट्स में हार्म्फुल या त्वचा को अलर्जी का कारण बनने वाले तत्व हो सकते हैं, जो त्वचा को इर्रिटेट करके तेल ग्रंथियों के अधिक उत्पादन कर सकते हैं।
  • प्रोडक्ट्स के उपयोग की गलत तकनीक: कुछ लोग अधिक रब करते हैं या प्रोडक्ट्स को अधिक समय तक चेहरे पर रखते हैं, जिससे त्वचा के तेल ग्रंथियों का अधिक उत्पादन हो सकता है।

इसे भी पढे:- चेहरे से कालापन यानि पिगमेंटेसन कैसे दूर करे ?

6. चेहरे को बार-बार धोना

हमारे स्किन का ऑइली होना हमारे द्वारा बहुत ही अधिक मात्रा मे धोया गया चेहरा भी हो सकता है। आजकल के युवा जनरेसन जब चाहे, जितनी बार चाहे अपने चेहरे को धो लेते है, जिससे उन्हे ये सारी प्रॉब्लम देखने को मिलती है। जब हम अपना चेहरा बार-बार धोते है, तो हमारे चेहरे पर पहले से ही सिबेशियस ग्रन्थि द्वारा छोड़ा गया सीबम यानि तेल हमारे चेहरे के स्किन से हट जाता है। तो इसके बाद दोबारा से सिबेशियस ग्रन्थि सीबम का उत्पादन करती है, जो हमारे चेहरे को मॉइस्चराइज और नमी बनाती है। और अगर हम फिर से अपने चेहरे को धो लेते है, तो दोबारा हमारे स्किन से सारा तेल हट जाएगा, जिससे पुनः सीबम का उत्पादन होगा।

ये पूरी प्रक्रिया नेचुरल है, और एक सामान्य चीज है। लेकिन यहा पर हमारे लिए ध्यान देने वाली बात ये है, कि जब हम अपने चेहरे को बार-बार पानी से धोते है, तो हमारे चेहरे पर सिबेशियस ग्रन्थि द्वारा तेल हटता है, वापस आता है, हटता है, वापस आता है, और ऐसा करने से हमारी सिबेशियस ग्रन्थि पर बहुत गलत असर पड़ता है, और धीरे-धीरे हमारी सिबेशियस ग्रन्थि से तेल का उत्पादन अधिक हो जाता है, जिससे हमारे स्किन पर हमेशा तेल जैसा दिखाई देने लगता है। इसलिए बार-बार बिना वजह के चेहरे को ना ही धोए। हमारी माने तो केवल शुबह और शाम दो टाइम ही अपने चेहरे को धोए।

इसे भी पढे:- एक ही रात मे पिम्पल हटाने का तरीका, कही नहीं सुन होगा।

निष्कर्ष

दोस्तों इस ब्लॉग मे हमने बहुत ही जरूरी चीज के बारे मे बात करी है। जिन लोगों को चेहरे पर ज्यादा तेल कि समस्या है, उन लोगों के लिए ये जानना बहुत ही जरूरी है कि चेहरे पर तेल क्यों आता है। अगर आपकी भी त्वचा ऑइली है, तो सबसे पहले आप हमारे इस ब्लॉग को पूरा जरूर पढ़िए, क्योंकि इस ब्लॉग से आपको ये मालूम चलेगा कि चेहरा ऑइली कैसे होता है। और रही बात कि हम अपने ऑइली स्किन को कैसे हटाए, तो इसके लिए मैंने अलग से एक कम्प्लीट ब्लॉग पोस्ट लिखा है, उसे जाकर जरूर पढ़ना। उम्मीद है कि आपको ये ब्लॉग पसंद आया होगा, अपने सवाल के लिए आप हमे कमेन्ट कर सकते है।

Good Luck

Leave a comment